Thursday, January 29, 2009

कुछ तो करो टिकट मांगने वालों

एक बार फ़िर टिकट मांगने वाले सक्रिय हो गए हैं, इस बार मौका हैं लोकसभा चुनाव का। भाजपा हो या कांग्रेस, दोनों ही पार्टियों में टिकट मांगने वालों की कोई कमी नहीं हैं। भाजपा के जो वर्तमान सांसद हैं राकेश सिंह वो टिकट की दौड़ में काफी आगे हैं, लेकिन भाजपा में उनका विरोध करने वाले भी कम नहीं हैं। कांग्रेस में जो लोग टिकट मांग रहे हैं उन्हें मालूम हैं कि टिकट आसानी से मिल सकता हैं बशर्ते वे लड़ने की हिम्मत जुटा लें। अब प्रश्न यह उठता हैं कि टिकट मिलेगा किसे? इस प्रश्न का जवाब खोजने से पहले एक और प्रश्न हैं कि टिकट मांगने वालों ने किया क्या हैं? राकेश सिंह को ही लें तो एकाध उडान, एकाध ट्रेन के लिए किए गए उनके प्रयासों को सफलता तो मिली हैं, लेकिन उनकी झोली में ऐसा कुछ नहीं हैं जो उन्हें टिकट दिलाने के लिए पर्याप्त माना जाए, फ़िर भी उनका जो सबसे बड़ा प्लस पॉइंट है वह है उनकी साफ सुथरी छवि। पर कांग्रेस में ऐसा कोई भी दावेदार नहीं है, जिसकी छवि दागदार न हो। कांग्रेस में ऐसा कोई दावेदार भी नहीं है जिसने पद में रहते या न रहते हुए कोई ऐसा काम किया हो जिससे वोट मिल सकें। यदि विहंगम दृष्टि डाली जाए तो साफ नजर आएगा कि एक भी दावेदार को पूरी तरह योग्य कि श्रेणी में नही रखा जा सकता.