Sunday, November 16, 2008
कर्म भूमि
जबलपुर ओशो, महर्षि महेश योगी जैसे महापुरुषों की कर्म भूमि है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस को 1939 में यहीं कांग्रेस का अध्यक्ष बनने का सौभाग्य मिला था वह भी गांधीजी द्वारा खड़े किए उम्मीदवार के खिलाफ। बीमार नेताजी जी ने सित्ताभी पत्तारम्मैया को हराकर कांग्रेस में युवाओं का महत्व बढ़ा दिया था.इस शहर की हर गली किसी न किसी युग पुरूष की यादें संजोये हुए है. इस शहर की उर्जा को न पहचानने वालों ने इसे गर्त में धकेलने के प्रयास किए पर वो न पहले सफल हुए न भविष्य में होंगे.
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